दुसरो को सुनाने के लिए अपनी
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
पंछी अपने पैरो के कारण
जाल में फँसते हैं....
परन्तु इंसान अपनी
जुबान के कारण....!
ऊँचा उठने के लिए
पंखों की ज़रुरत केवल
पक्षियों को ही पड़ती है....
मनुष्य तो जितना विनम्रता से
झुकता है
उतना ही ऊपर उठता है...!!
🌴🍁🌹🍂💐🍂🌹🍁🌴
*दुसरो को सुनाने के लिए अपनी*
" *आवाज* " *ऊँची मत करो*...
*बल्कि*...
*अपना* " *व्यक्तित्व* " *इतना ऊँचा बनाओ*
*की आपको सुनने के लिए* " *लोग* " *इंतज़ार करें...*
Keywords : comments,share,story,jokes
पंछी अपने पैरो के कारण
जाल में फँसते हैं....
परन्तु इंसान अपनी
जुबान के कारण....!
ऊँचा उठने के लिए
पंखों की ज़रुरत केवल
पक्षियों को ही पड़ती है....
मनुष्य तो जितना विनम्रता से
झुकता है
उतना ही ऊपर उठता है...!!
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*दुसरो को सुनाने के लिए अपनी*
" *आवाज* " *ऊँची मत करो*...
*बल्कि*...
*अपना* " *व्यक्तित्व* " *इतना ऊँचा बनाओ*
*की आपको सुनने के लिए* " *लोग* " *इंतज़ार करें...*
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