जब पप्पू ने बताया- संस्कृत भाषा में पत्नी को क्या कहते हैं? सुनकर मास्टर जी हुए बेहोश
जिस तरह अच्छी हवा, अच्छा खानपान किसी भी इंसान के सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होता है, उसी प्रकार आपकी हंसी भी आपको स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाती है। अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो कोई भी बीमारी, चाहे मानसिक हो या शारीरिक आपके पास भी नहीं आएगी। इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला...
पत्नी - जम मैं शादी करके यहां आई थी तो घर में बहुत मच्छर थे,
अब तो बिल्कुल भी मच्छर नहीं हैं... ऐसा क्यों?
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पति - हमारी शादी होने के बाद मच्छरों ने ये कहकर मेरा घर छोड़ दिया
अब तो परमानेंट खून पीने वाली आ गई है,
हमारे लिए तो बचेगा ही नहीं...!!!
परम सत्य ज्ञान...
जरुरत से ज्यादा भगवान को याद मत किया करो...
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क्योंकि...
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किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो...
लेने के देने पड़ जाएंगे...!!!
पप्पू जंगल से जा रहा था,
अचानक भालू देखकर सांस रोककर जमीन पर लेट गया...
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ये देखकर भालू आया और उसके कान में बोला -
भूख नहीं है, वरना सारी होशियारी निकाल देता!!!
मास्टर - संस्कृत भाषा में पत्नी को क्या कहते हैं?
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पप्पू - गुरुजी... संस्कृत तो छोड़िये,
किसी भी भाषा में पत्नी को कुछ नहीं कह सकते!!!
कुदरत की सबसे प्यारी सोगात
बिटिया थोड़ी बड़ी हो गयी, एक रोज उसने बड़े सहज भाव में अपने पिता से पूछा - "पापा, क्या मैंने आपको कभी रुलाया" ? पिता ने कहा -"हाँ " उसने बड़े आश्चर्य से पूछा - "कब" ? पिता ने बताया - 'उस समय तुम करीब एक साल की थीं, घुटनों पर सरकती थीं। मैंने तुम्हारे सामने पैसे, पेन और खिलौना रख दिये क्योंकि मैं ये देखना चाहता था कि, तुम तीनों में से किसे उठाती हो तुम्हारा चुनाव मुझे बताता कि, बड़ी होकर तुम किसे अधिक महत्व देतीं। जैसे पैसे मतलब संपत्ति, पेन मतलब बुद्धि और खिलौना मतलब आनंद। मैंने ये सब बहुत सहजता से लेकिन उत्सुकतावश किया था क्योंकि मुझे सिर्फ तुम्हारा चुनाव देखना था। तुम एक जगह स्थिर बैठीं टुकुर टुकुर उन तीनों वस्तुओं को देख रहीं थीं। मैं तुम्हारे सामने उन वस्तुओं की दूसरी ओर खामोश बैठा बस तुम्हें ही देख रहा था। तुम घुटनों और हाथों के बल सरकती आगे बढ़ीं, मैं अपनी श्वांस रोके तुम्हें ही देख रहा था और क्षण भर में ही तुमने तीनों वस्तुओं को आजू बाजू सरका दिया और उन्हें पार करती हुई आकर सीधे मेरी गोद म...
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